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What can be the causes of fibroids/lumps in the uterus and its treatment?

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What can be the causes of neoplasm/lump in the uterus and its treatment? Very few of you might have heard about Rasouli. Getting pregnant is no less than an ordeal for a woman because it has been found that the problem of uterine fibroids occurs due to the increase in estrogen hormone. If you are also struggling with the problem of infertility, then you can get it treated at the Best IVF center in Delhi . The estrogen hormone works to increase sex hormones in the body. In such a situation, if the estrogen hormone in the body is low then the problem of fibroids can go away, but there may be difficulty in conceiving. The problem of fibroids is generally found in women who have excess estrogen. What can be the causes of neoplasm/lump in the uterus and its treatment? However, some questions remain, like what are fibroids, causes of fibroids and what is the treatment of fibroids? Let us know what could be the causes of the tumour/lump in the uterus and its treatment. What is fibroids Fibroi

पीसीओडी और पीसीओएस: कारण, लक्षण, अंतर और उपचार

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पीसीओडी और पीसीओएस एक रोग है, जो सामान्यत: महिलाओं में पाया जाता है और यह दोनों रोग महिला के अंडाशय को प्रभावित करती है। महिलाओं में इस तरह के रोग का होना बहुत ही सामान्य बात है, भारत में करीब 20% महिलाएं इससे ग्रसित है, और इसी आंकड़े को संख्या में बताएं तो हर 5 में 1 महिला इस रोग का शिकार है। पीसीओडी या पीसीओएस दोनों ही गर्भावस्था के लिए गलत है, इसके रहते हुए प्राकृतिक रूप से गर्भधारण कर पाना लगभग नामुमकिन होता है। ऐसी स्थिति में अगर आप संपूर्ण परिवार चाहते हैं तो आईवीएफ इलाज आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है, दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ सेंटर( Best IVF Center in Delhi ) में आप इलाज करवा सकते हैं। पीसीओडी और पीसीओएस महिला के प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है, जो महिला में इनफर्टिलिटी को बढ़ावा देता है। हालांकि इसका कोई उचित प्रमाण तो नहीं है, और इस बात को लेकर शोध किया जा रहा है। दुनियाभर की 10% महिलाएं पीसीओडी से ग्रसित है। पीसीओएस से ग्रसित महिलाएं पीसीओडी वाली से सामान्य से अधिक मात्रा में पुरुष हार्मोन का उत्पादन करती हैं। इस असंतुलित हार्मोन की वजह से महिलाओं में मासिक धर्म नहीं आत

आप स्पर्म एनालिसिस रिपोर्ट को आसान तरीके से कैसे पढ़ सकते हैं?

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  एक कपल में बांझपन की समस्या किसी एक की कमी से होती है, और इस तरह की दिक्कत पुरूषों में कॉमन है। इस मॉर्डन दुनिया में इंसान अपनी जगह बनाते-बनाते स्वास्थ्य को भुल जाता है। इसका असर आपके वैवाहिक जीवन पर पड़ता है, जब आपके परिवार पूरा करने का सपना बांझपन की वजह से अधुरा रह जाता है। अगर महिला पार्टनर के गर्भधारण करने में समस्या आ रही है या फिर गर्भधारण किसी वजह से प्रभावित होना पुरूष बांझपन कहलाता है। हालांकि, बांझपन की समस्या का पता लगाने के लिए पुरूष पार्टनर की स्पर्म परीक्षण किया जाता है। अगर आप भी शुक्राणु संबंधी समस्या को लेकर बांझपन की समस्या से ग्रसीत हैं तो दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र( Best IVF center in Delhi ) में इलाज करवा सकते हैं। स्पर्म परीक्षण में इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि शुक्राणु संख्या, गुणवत्ता और स्वास्थ्य कैसा है, शुक्राणु में इनमें किसी की भी कमी बांझपन की समस्या बनती है। ऐसी स्थिति में आप शुक्राणु विशेषज्ञ से मिलतें है और शुक्राणु समस्या को लेकर समाधान ढुंढते हैं। पुरूष बांझपन की समस्या से उभरने के लिए आपको खुद पर ध्यान देना होगा, अनुशासित जीवन के साथ